Thursday 4 September 2014

प्रीत -एक अलग परिभाषा


तेरी प्रीत ने सिखाया,
खुद से प्यार करना,
तेरी प्रीत ने बताया,
आईने में  संवरना ,

तेरे दिल से  दिल लगाया,
तो खुद को आज पाया,
तेरे प्यार में घुलकर,
कमियाबियों ने एक ,
नया कारवाँ सजाया

एक जुनून तो था ही दिल में,
तूने रास्ता  बनाया,
मंजिलों को पाने का ,
हौंसला   बढाया,

प्यार की एक अलग सी,
परिभाषा को समझाया,
जब-जब कदम बढ़ाया ,
तेरे हाथों में हाथ,
और तेरा साथ पाया,

तू पास है मेरे,
मुझमे ये विश्वास जगाया,
ऐसे नए प्यार से,
मुझे अभिभूत कराया,

एक एक कदम पर मेरे,
तेरा सुझाव आया
तेरे संग फैसलों ने,
खूबसूरत जीवन दिलाया,

तुझसे मेरे जीवन ने,
पाया एक नया आकार
विश्वास है, होंगे हमारे,
अब सब सपने साकार

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